[[Image:|px|alt=|लन्दन के रॉय| जगदीश चन्द्र बसु |
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[[Image:|px|alt=|लन्दन के रॉयल इंस्टीट्यूशन में (१८९७ ई)]] लन्दन के रॉयल इंस्टीट्यूशन में (१८९७ ई) | | जन्म | 30 नवम्बर मेमनसिंह, पूर्वी बंगाल (अब बांग्लादेश), ब्रिटिश भारत |
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| मृत्यु | गिरिडीह, बंगाल प्रेसिडेंसी, ब्रिटिश भारत
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| आवास | अविभाजित भारत |
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| राष्ट्रीयता | ब्रिटिश भारतीय |
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| क्षेत्र | भौतिकी, जीवभौतिकी [जीवविज्ञान], वनस्पतिविज्ञान, पुरातत्व, बांग्ला साहित्य, बांग्ला विज्ञानकथाएँ |
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| संस्थान | प्रेसिडेंसी कालेज, कोलकाता |
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| शिक्षा | कलकत्ता विश्वविद्यालय क्राइस्ट महाविद्यालय, कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय लंदन विश्वविद्यालय |
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| डॉक्टरी सलाहकार | जॉन स्ट्रट (लॉर्ड रेले) |
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| प्रसिद्धि | मिलिमीटर तरंगें रेडियो क्रेस्कोग्राफ़ |
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डॉ॰ (सर) जगदीश चन्द्र बसु (बंगाली: জগদীশ চন্দ্র বসু जॉगोदीश चॉन्द्रो बोशु) (30 नवंबर – 23 नवंबर, ) भारत के प्रसिद्ध वैज्ञानिक थे जिन्हें भौतिकी, जीवविज्ञान, वनस्पतिविज्ञान तथा पुरातत्व का गहरा ज्ञान था।[1] वे पहले वैज्ञानिक थे जिन्होंने रेडियो और सूक्ष्
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